सुपर कंप्यूटर क्या हैं?
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सुपर कंप्यूटर क्या हैं? : बहुत जल्द भारत मौसम को लेकर सटीक भविष्यवाणी के मामले में चीन को पीछे छोड़ देगा। इसके लिए नोएडा के सेक्टर-62 स्थित नेशनल सेंटर फॉर मीडियम रेंज वेदर फोरकास्टिंग (NCMRWF) में एकसुपर कंप्यूटर लगाया जाएगा।
इस सुपर कंप्यूटर की मदद से मौसम को लेकर बेहद सटीक जानकारी हासिल की जा सकेगी। बुधवार को केंद्रीय विज्ञान मंत्री किरेन रिजिजू ने सुपर कंप्यूटर आधारित नए वेदर सिस्टम का निरीक्षण किया।
बुधवार को कहा कि भारत इस साल के अंत में मौसम की भविष्यवाणी करने वाले संस्थानों के लिए अपना नया 18 पेटाफ्लॉप सुपर कंप्यूटर पेश करेगा.
सुपर कंप्यूटर इन इंडिया
NCMRWF नोएडा दौरे पर आए केंद्रीय पृथ्वी विज्ञान मंत्री किरेज रिजिजू ने कहा कि भारत जल्द ही 900 करोड़ रुपये का अपना सबसे तेज सुपरकंप्यूटर हासिल कर लेगा और इसके अगले साल मार्च तक काम करना शुरू करने की उम्मीद है। नया कंप्यूटर 12 से 16 किलोमीटर तक पूर्वानुमान में सुधार कर सकता है। सुपर कंम्यूटर की मदद से 7 दिन पहले ही बर्फबारी और चक्रवात जैसी घटनाओं का अनुमान लगाया जा सकता है।
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→ वर्तमान में भारत का सबसे तेज सुपर कंप्यूटर नए सुपर कंप्यूटर की क्षमता लगभग तीन गुना होगी। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि इस विश्व स्तरीय केंद्र की सुविधाओं से सभी क्षेत्रों को, समाज के सभी वर्गों को लाभ होगा। चीन को छोड़ देगा पीछे।
→ सुपर कंप्यूटर आधारित इस नई तकनीकी के बाद भारत अमेरिका, ब्रिटेन और जापान जैसे विकसित देशों की कतार में शामिल हो जाएगा। भारत मौसम को लेकर पूर्वानुमान करने के मामले में चीन को भी पीछे छोड़ देगा।
1> NCMRWF पहले से ही बिम्सेटक देशों यानी बांग्लादेश, म्यांमार, श्रीलंका, थाईलैंड, भूटान और नेपाल के मौसम को लेकर भविष्यवाणी करता है। लेकिन कई बार मौसम की भविष्यवाणी सटीक नहीं होती। लेकिन नए सुपर कंप्यूटर की मदद से इन देशों के मौसम का अनुमान लगाने में काफी मदद होगी।
- क्वांटम यांत्रिकी
- मौसम का पूर्वानुमान
- जलवायु पर अनुसंधान
- तेल तथा प्राकृतिक गैस अन्वेषण
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क्या होगा खास इस सुपर कंप्यूटर में ये भी जाने
→ सुपर कंप्यूटर में सामान्य कम्प्यूटरों की तुलना में काफी उच्च स्तरीय कैलकुलेशन की जा सकती है। सामान्य कंप्यूटर प्रति सेकेंड 10 लाख निर्देशों की प्रोसेसिंग कर सकता है, लेकिन सुपर कंप्यूटर की कार्य क्षमता नोटिंग पाइंट आपरेशन प्रति सेकेंड से मापी जाती है। नोटिंग पाइंट काफी लंबी संख्या का संकेतीकरण है, इससे उन्हें आसानी से संचारित किया जा सके। ये एक समय में कई काम कर सकता विमान तथा अंतरिक्षयान के लिए वायु गति विज्ञान परमाणु हथियारों के विस्फोट एवं विलय जैसे कार्य.
Significance
→ The new high-power computing facility is expected to improve weather forecasts at the block level, help weather scientists give higher resolution ranges of the forecast, predict cyclones with more
accuracy and lead time and ocean state forecast, including marine water quality forecasts. E.g., It can be used to forecast how the weather will be over the next few days up to two or three months ahead.
India’s super computers
→ Currently, India’s most powerful civilian supercomputers are Pratyush and Mihir with a combined capacity of 6.8 pet flops that are housed at the Indian Institute of Meteorology ,Pune and at the National Centre for Medium Range Weather
Forecasting (NCMRWF) Tropical Noida respectively.
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→ Both these organizations affiliated to the Ministry of Earth Sciences (MOES) were made operational in 2018 at a cost of 4389 crore.
The Al Supercomputer “AIRAWAT”, installed at C-DAC, Pune has been ranked 75th in the world with a remarkable speed of 13,170 teraflops.
It was declared in the 61st edition of the Top 500 Global Supercomputing List at the International Supercomputing Conference (ISC 2023) in Germany. The fastest high-performance computing system in the world is currently the FrontierCray system at Oakridge National Laboratory, United States. This has a peak speed of one exa-flop (or about 1,000 petaflops).
भारत के सुपर कंप्यूटर का जनक कौन है?
supercomputers in India वैज्ञानिक विजय पांडुरंग भाटकर भारतीय सुपर कंप्यूटर के जनक के रूप में लोकप्रिय हैं। पद्म भूषण और महाराष्ट्र भूषण पुरस्कार विजेता, विजय भटकर, ने भारत में परम सुपर कंप्यूटर के विकास का नेतृत्व किया।
भारत का पहला सुपर कंप्यूटर कब और किसने बनाया?
India First supercomputers का क्या नाम था? भारत का पहला supercomputers कौन सा था? भारत का पहला Supercomputers परम 8000 था। डॉ विजय पांडुरंग भटकर की अध्यक्षता में सेंटर फॉर डेवलपमेंट ऑफ़ एडवांस कंप्यूटिंग (C-DAC) द्वारा निर्मित भारतीय supercomputers परम 8000 को 1 जुलाई ,1991 को लांच किया गया था।
भारत का पहला Computers का नाम क्या है?
भारत] में कंप्यूटर युग की शुरुआत सन १९५२ में भारतीय सांख्यिकी संस्थान कोलकाता से हुई थी। सन १९५२ में आई एस आई में एक एनालोंग कंप्यूटर की स्थापना की गई थी जो भारत का प्रथम कंप्यूटर था।
कंप्यूटर का फुल फॉर्म क्या है?
COMPUTER (कंप्यूटर) ka full form: Common Operating Machine Purposely used for Technological and Educational Research (कॉमन ऑपरेटिंग मशीन पर्पसली यूज्ड फॉर टेक्नोलॉजिकल एंड एजुकेशनल रिसर्च)