![एक American Company के कारण Distroed हुई Go First Airline 2023](https://gujaratitextpng.in/wp-content/uploads/2023/05/एक-American-Company-के-कारण-Distroed-हुई-Go-First-Airline-1024x576.jpg)
एक American Company के कारण Distroed हुई Go First Airline
एक American Company के कारण Distroed हुई Go First Airline 2023 कैश की तंगी से जूझ रही एयरलाइन गो फर्स्ट के यात्री परेशान हो रहे हैं। एयरलाइन्स ने3, 4 और 5 मई के लिए फ्लाइट्स सस्पेंड कर दी हैं।
Go First पास फ्यूल भरने का भीपैसा नहीं है। एयरलाइन की वेबसाइट के अनुसार वो रोजाना 27 डोमेस्टिक और 8 इंटरनेशनल डेस्टिनेशन के लिए 200 से ज्यादा फ्लाइट ऑपरेट करती है।
फ्लाइट ऑपरेशन रद्द होने के बाद एयरलाइन टिकटों का पैसा भी वापस करेगी। रिफंड ओरिजिनल पेमेंट मोड के जरिए किया जाएगा। मतलब, जिन लोगों ने क्रेडिट कार्ड के माध्यम से टिकट का पेमेंट किया है, उनके क्रेडिट कार्ड स्टेटमेंट में रिफंड दिखाई देगा।
वहीं जिन्होंने UPI और नेट बैंकिंग से पेमेंट किया है, उन्हें रिफंड सीधे उनके अकाउंट में मिलेगा।
Wadla Caroup-backed Go First voluntarily fied for bankruptcy on 2 May
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Go First की फ्लाइट कैंसिल होने से यात्री परेशान
Go First की फ्लाइट पकड़ने दिल्ली एयरपोर्ट पहुंचे यात्री हरेंद्र सिंह ने कहा, ‘मैं मेरठ से 3 बजे के आसपास दिल्ली के लिए निकला था, लेकिन यहां पहुंचने के बाद पता चला कि मेरी फ्लाइट कैंसिल हो गई है कोई भी साफ-साफ कुछ कहने को तैयार नहीं है।’
Go First एयरलाइंस से टिकट बुक करने वाले एक अन्य यात्री ने कहा, ‘हमने लेह जाने के लिए टिकट बुक कराए थे, अब फ्लाइट कैंसिल हो गई है। एक यात्री ने ट्वीट किया कि उनकी कनेक्टिंग फ्लाइट थी, जिसके बाद उन्हें ट्रेन पकड़ना था। अब क्या मुझे रिफंड मिलेगा?
अबू धाबी से दिल्ली पहुंचे एक यात्री ने कहा, ‘मैं यहां फंस गया हूं। एयरलाइन ने कहा कि हमें 7 दिनों में रिफंड मिल जाएगा, लेकिन मेरे पास पटना की अगली फ्लाइट के लिए 19 हजार रुपए नहीं हैं। ऐसे ही कई और यात्री है जो परेशान हो रहे हैं।
Go First has announced a full refund to passengers .Banks are cautious while increasing their exposure to the airline sector as the collapse of Kingfisher Airlines and Jet Airways has led to heavy losses for the banking sector.
DGCA ने एयरलाइंस को कारण बताओ नोटिस भी जारी किया है और 24 घंटे के भीतर जवाब मांगा है। वहीं एविएशन मिनिस्टर ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा है कि सरकार हर संभव तरीके से एयरलाइन की मदद कर रही है और स्टेकहोल्डर्स से भी बात की है। फ्लाइट सस्पेंड होने के कारण खाली पड़े गो फर्स्ट के टिकट
काउंटर।
- एयरलाइन ने नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल (NCLT) दिल्ली के पास समाधान कार्यवाही यानी रिजॉल्यूशन
प्रोसेस के लिए एक आवेदन दायर किया है। NCLT 4 मई को इस पर सुनवाई करेगा। - एयरलाइन चीफ कौशिक खोना ने कहाफंड की किल्लत के कारण रिजॉल्यूशन प्रोसेस के लिए जाना पड़ा है।
National Company Law Tribunal
NCLT is a quasi-judicial authority incorporated for dealing with corporate disputes that are of civil nature arising under the Companies Act.
The primary function of the NCLT is to adjudicate on matters related to corporate law, including disputes between companies and their stakeholders, as well as insolvency and bankruptcy cases. Functions
Disposal of all proceedings under the Companies Act such as arbitration, arrangements, compromise, reconstruction, and winding up of the company;
✔ Adjudicating Authority for insolvency proceedings under the Insolvency and Bankruptcy Code, 2016; Possess the authority to dispose of cases pending before the Board for Industrial and Financial Reconstruction (BIFR), as well as, those pending under the Sick Industrial Companies (Special Provisions) Act, 1985.
- Can take cases pending before the Appellate Authority for Industrial and Financial Reconstruction. What is voluntary insolvency? In simple words, voluntary insolvency means that the company has accepted its business is insolvent.
- It is a process in which he company says it cannot pay debts and needs help from someone to sort it oul. ensation worth 28,000 crore in the Singapore International Arbitration Airline has also sough Centre (SIAC). Go First एयरलाइन इस स्थिति में कैसे पहुंची ?
इंजन की सप्लाई से जुड़ी समस्या के कारणएयरलाइन इस स्थिति में पहुंची है। एयरक्राफ्ट इंजन मैन्युफैक्चरर प्रैट एंड व्हिटनी (PW) को गो फर्स्ट को इंजन की सप्लाई करनी थी, लेकिन उसने समय पर इसकी सप्लाई नहीं की।
→ ऐसे में गो फर्स्ट को अपनी प्लीट के आधे से ज्यादा एयरक्राफ्ट ग्राउंडेड करने पड़े। फ्लाइट नहीं उड़ने के कारण उसके पास कैश की कमी हो गई और फ्यूल भरने के लिए भी भी पैसे नहीं बचे। एयरलाइन के A20 नियो एयरक्राफ्ट में इन इंजनों का इस्तेमाल होता है।
गो फर्स्ट के साथ PW के कॉन्ट्रैक्ट में तीन बड़ी शर्तें थी:
- विमान का इंजन खराब हो जाता है तो 48 घंटे के भीतर स्पेयर इंजन देना होगा।
- फॉल्टी इंजनों की फ्री में रिपेयरिंग करानी होगी क्योंकि सभी इंजन वॉरंटी में हैं।
- ग्राउंडेड विमानों के कारण हुए नुकसान का कॉम्पेनसेशन भी देना होगा।
While engines are creating operational problems, financial woes are bleeding the airline. Last financial year Go First recorded its biggest-ever loss at 71,808 crore on a revenue of 74,184 crore which was the lowest since 2018. The company has a negative net worth of 23,222 crore, as per disclosures made by it for FY22.
बिजनेस स्टैंडर्ड की एक रिपोर्ट के मुताबिक मार्च 2020 तक, PW ने समय पर स्पेयर इंजन उपलब्ध कराए, फ्री में रिपेयरिंग की और कॉम्पेनसेशन भी दिया। हालांकि, उसके बाद एयरलाइन को कुछ भी नहीं मिला।
सीरियम के आंकड़ों के अनुसार, एयरलाइन ने पिछले साल मार्च में एक हफ्ते में 2,084 फ्लाइट ऑपरेट की थीं। विमानों के ग्राउंडेड होने के साथ इस साल मार्च तक ये आंकड़ा घटकर 1,642 पर आ गया। एयरलाइन ने अमेरिका की कोर्ट में याचिका लगाई.
इंडियन एविएशन रेगुलेटर के आंकड़ों से पता चलता है कि फ्लाइट के ग्राउंडेड होने के कारण मार्च में गो फर्स्ट की बाजार हिस्सेदारी जनवरी में 8.4% से गिरकर 6.9% हो गई। एयरलाइन ने इसे लेकर अमेरिका की डेलावेयर कोर्ट में पिटीशन भी दाखिल की है। एयरलाइन ने दावा किया है कि अगर इंजनों की जल्द सप्लाई नहीं की गई तो वह दिवालिया हो जाएगी।
इंजन सप्लायर कंपनी का क्या कहना है ?
दिवालिया होने की कगार पर पहुंची बजट एयरलाइन गो फर्स्ट को लेकर उसके इंजन सप्लायर प्रैट एंड व्हिटनी (PW) का बयान सामने आया है। PW ने कहा कि गो फर्स्ट का समय पर पेमेंट नहीं करने का लंबा इतिहास रहा है। अब ये मामला कोर्ट तक पहुंच गया है, इसीलिए आगे कोई टिप्पणी नहीं करेंगे।
विमानन क्षेत्र पर क्या असर पड़ेगा?
गो-फर्स्ट का घरेलू मार्केट में हिस्सा करीब 7% पर है। अभी प्रतिदिन कुल विमान यात्रियों की संख्या 4 लाख है।
→ ऐसे में 28 से 30 हजार विमान यात्रियों का बोझ दूसरी एयरलाइंस पर जाएगा।
उन्हें संभालना चुनौती साबित होगा। हालांकि, जब पायलटों की डिमांड बढ़ रही है तो अचानक एक कंपनी के दिवालिया होने से वर्कफोर्स कीउपलब्धता बढ़ेगी।
ऐसे हालात में केंद्र सरकार क्या करेगी?
Read more: एक American Company के कारण Distroed हुई Go First Airline 2023- मई 2014 में भाजपा सरकार आने के बाद दिसंबर में स्पाइसजेट संकट में घिर गई थी। हालांकि, जैसे-तैसे वह अपना अस्तित्व बचा सकी। इसी तरह, अप्रैल 2019
में जेट एयरवेज की हालत खस्ता हो गई थी। मगर सरकार सीधे मदद से बचती रही । - इस बार भी सीधे हस्तक्षेप के आसार कम हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि सरकार को अब पूरी सक्रियता के साथ स्थिति संभालनी होगी। प्रैट एंड व्हिटनी की जवाबदेही
सुनिश्चित करने के अलावा DGCA को दूसरी एयरलाइंस में नई क्षमता विकसित करने की आपात तैयारी करनी होगी। - 2005 में मुंबई से अहमदाबाद के लिए उड़ी थी पहली फ्लाइट
- गो फर्स्ट वाडिया ग्रुप की बजट एयरलाइन है। कंपनी की वेबसाइट के अनुसार 29 अप्रैल 2004 को गो फर्स्ट की शुरुआत हुई थी। नवंबर 2005 में मुंबई से अहमदाबाद के लिए पहली फ्लाइट ऑपरेट की। एयरलाइन के बेड़े में 59 विमान शामिल हैं।
- इनमें से 54 विमान A320 NEO और 5 विमान A320 CEO हैं। गो फर्स्ट 35 डेस्टिनेशन के लिए अपनी फ्लाइट ऑपरेट करता है। इसमें से 27 डोमेस्टिक और
8 इंटरनेशनल डेस्टिनेशन शामिल हैं। एयरलाइन ने साल 2021 में अपने ब्रांड नाम को गोएयर से बदलकर गो फर्स्ट कर दिया था।
Go First की टैगलाइन क्या है?
क्या प्रफुल्ल पटेल ने एयर इंडिया को बर्बाद कर दिया? एआई को नष्ट करने के लिए प्रफुल्ल पटेल गाइड – संशोधित संस्करण … प्रफुल्ल पटेल ने अपने विलय को आगे बढ़ाने के लिए एयर इंडिया और इंडियन एयरलाइंस के घाटे का इस्तेमाल किया, यह दावा करते हुए कि तालमेल से लागत बचत होगी। दुनिया भर में, विलय आमतौर पर मूल्य को नष्ट कर देते हैं। एयर इंडिया-आईए विलय विमानन इतिहास में सबसे बड़ी मानव निर्मित आपदा रही है – उनकी अलग-अलग संस्कृतियों और कर्मचारी लागतों के कारण।
गो फर्स्ट को किसने खरीदा?
गो फर्स्ट में 100 फीसदी हिस्सेदारी रखने वाले वाडिया समूह ने अकेले अप्रैल में एयरलाइन में 2.90 अरब रुपये ($35.46 मिलियन) का निवेश किया, जिससे गो फर्स्ट में समूह का कुल निवेश 65 अरब हो गया।
भारत में 1911 में हवाई परिवहन की शुरुआत किसने की थी?
हवाई जहाज द्वारा दुनिया का पहला आधिकारिक हवाई मेल, भारत, 1911… 18 फरवरी, 1911 को, फ्रांसीसी पायलट हेनरी पेक्वेट (1888-1974) ने हवाई जहाज द्वारा उड़ाया गया पहला आधिकारिक मेल किया। उड़ान भारत में हुई।
3 इन 1 स्लोगन क्या है?
3-इन-वन ऑयल – विकिपीडिया वर्तमान मार्केटिंग नारा “द टूल किट इन ए कैन” है, जिसमें एक बड़े अंक “1” के अंदर “3 इन” टेक्स्ट का लोगो है।